Friday, June 29, 2012

कुछ लोगों ने कुछ लोगों के लिए विकास किया|
जिनकी सर्वोदयी सोच है , उन्हें निराश किया||

जाति वर्ग मजहबी ख्याल का,भाषण गूंज रहा|
इनको अपना कहा उन्होंने, उनको गैर कहा||
राष्ट्र प्रगति के उद्द्योगों का सतत विनाश किया|
जिनकी सर्वोदयी सोच है , उन्हें निराश किया||

सामाजिक सदभाव बिगाड़ा,जन -धन लूट लिया|
छलियों बलियों के दल-दल ने,धोखा नित्य दिया||
झोपड़ियों में तिमिर महल में,नवल प्रकाश किया|
जिनकी सर्वोदयी सोच है , उन्हें निराश किया||

राजनीति में अफसरशाही,आँख तरेर रही|
चाट रही नवनीत अकेले मथकर न्याय दही||
भोग बिलासी महानगर ने,गाँव उदास किया|
जिनकी सर्वोदयी सोच है , उन्हें निराश किया||

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