परेशान करते सबालात कर लें |
चलो ज्ञानियों से मुलाक़ात कर लें||
सदाचार के वे बड़े है पुरोधा,
भलाई बुराई जरा ज्ञात कर लें|
वही हाजिरे दौर के हैं मसीहा,
उन्हें देख खुद को विख्यात कर लें|
दिया तो उन्हें संत-सा मर्तबा है,
भले राष्ट्र के संग वे घात कर लें|
बड़ी तेज गर्मी यहाँ हो रही है,
परस्पर मिले नेत्र बरसात कर लें|
कभी रंग काला न गोरा बनेगा,
किसी भी तरह से सफ़ा गात कर लें|
मुहब्बत सिखाती 'तुका' को यही तो,
तजें शत्रुता प्यार से बात कर लें|
चलो ज्ञानियों से मुलाक़ात कर लें||
सदाचार के वे बड़े है पुरोधा,
भलाई बुराई जरा ज्ञात कर लें|
वही हाजिरे दौर के हैं मसीहा,
उन्हें देख खुद को विख्यात कर लें|
दिया तो उन्हें संत-सा मर्तबा है,
भले राष्ट्र के संग वे घात कर लें|
बड़ी तेज गर्मी यहाँ हो रही है,
परस्पर मिले नेत्र बरसात कर लें|
कभी रंग काला न गोरा बनेगा,
किसी भी तरह से सफ़ा गात कर लें|
मुहब्बत सिखाती 'तुका' को यही तो,
तजें शत्रुता प्यार से बात कर लें|