"लम्बे-लम्बे हाथ"
गाँव-गाँव में नगर-नगर में, नारे लगें अजीब,
सलामी इनको दो|
सलामी इनको दो||
दरिन्दे वैभवता के साथ, बहुत हैं लम्बे-लम्बे हाथ,
यही बनवाते हैं सरकार, बने हैं राजनीति के नाथ|
सलामी इनको दो|
सलामी इनको दो||
वक्त की पहचानों आवाज़, बढ़ेगा शैतानों का राज,
गरीबों की करिये बस बात, लुटेरे लूट रहे जो लाज|
सलामी इनको दो|
सलामी इनको दो||
नहीं सत्ता से कुछ उम्मीद, सिर्फ उसको देनी ताकीद,
समस्याओं से वो अनजान, मगर उसके खाते में दीद|
सलामी इनको दो|
सलामी इनको दो||
गाँव-गाँव में नगर-नगर में, नारे लगें अजीब,
सलामी इनको दो|
सलामी इनको दो||
दरिन्दे वैभवता के साथ, बहुत हैं लम्बे-लम्बे हाथ,
यही बनवाते हैं सरकार, बने हैं राजनीति के नाथ|
सलामी इनको दो|
सलामी इनको दो||
वक्त की पहचानों आवाज़, बढ़ेगा शैतानों का राज,
गरीबों की करिये बस बात, लुटेरे लूट रहे जो लाज|
सलामी इनको दो|
सलामी इनको दो||
नहीं सत्ता से कुछ उम्मीद, सिर्फ उसको देनी ताकीद,
समस्याओं से वो अनजान, मगर उसके खाते में दीद|
सलामी इनको दो|
सलामी इनको दो||