Wednesday, May 10, 2017

खोजोगे तो पाओगे



खोजोगे तो पाओगे सच्चाई भी पूरी,
व्यवहारों में देखोगे अच्छाई भी पूरी|
कोई और नहीं होते खोजी कवियों जैसे,
नाप सकोगे सागर की गहराई भी पूरी|
लोकतंत्र है सर्वोत्तम हम इसी सहारे से,
पाट सकेंगे भेदभाव की खाई भी पूरी|
पूरा है विश्वास सफलता पायेंगे प्यारे,
साथ राष्ट्र के खड़ी हुई तरुणाई भी पूरी|
सच्चा प्रेमी तुकाराम ने माना है उनको,
स्नेहभाव से जो जीते तन्हाई भी पूरी||

No comments:

Post a Comment