भूभल ऊपर जिनके तलवे किंचित नहीं जले,
दुर्गम पथ पर शूल न आये जिनके पांव तले,
वे जीवन की सच्चाई को कैसे जानेंगे -
जिनके हाथ-पैर पानी में रहकर नहीं गले,|
धूर्त का हर हाल में प्रतिरोध होना चाहिए ,
धर्म के परिक्षेत्र का भी बोध होना चाहिए,
शांति तो अनिवार्य है इंसानियत के मार्ग में-
किन्तु चोरों के कृतों पर क्रोध होना चाहिए|
No comments:
Post a Comment