आम जन हर काम के कुछ दाम देते हैं ,
खास हैं वे दाम लेके काम देते हैं |
लोग जो सत्काम को अंजाम देते हैं ,
वे नहीं संसार को संग्राम देते हैं |
राष्ट्रसेवक तो हमेशा राष्ट्र के हित में,
काम करते हैं सुखद परिणाम देते हैं |
लेखनी तो ध्वंस की दासी नहीं होती,
शब्द -साधक संत -सा पैगाम देते हैं |
दूर ही रहना मुनासिब है सदा उनसे,
जो भलों को कर बहुत बदनाम देते हैं |
जो गुलामों की तरह रहते नहीं उनको,
राजनेता मौत का ईनाम देते हैं|
जो तुका सच को सदा सच ही कहा करते,
वे सरस सर्वोदयी आयाम देते हैं |
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