Wednesday, April 6, 2011

राष्ट्रसेवक तो हमेशा

आम जन  हर  काम  के कुछ दाम देते हैं ,
खास  हैं   वे    दाम   लेके   काम   देते हैं | 

लोग  जो  सत्काम   को  अंजाम  देते हैं ,
वे   नहीं    संसार   को    संग्राम   देते हैं |

राष्ट्रसेवक  तो  हमेशा  राष्ट्र  के हित में,
काम  करते   हैं  सुखद   परिणाम देते हैं |

लेखनी   तो  ध्वंस  की  दासी नहीं होती,
शब्द -साधक   संत -सा   पैगाम  देते हैं |

दूर  ही  रहना  मुनासिब   है  सदा  उनसे, 
जो  भलों  को कर  बहुत  बदनाम देते हैं |

जो  गुलामों  की  तरह  रहते नहीं उनको,
राजनेता    मौत    का     ईनाम    देते हैं|
 
जो तुका सच को सदा सच ही कहा करते, 
वे    सरस     सर्वोदयी    आयाम   देते हैं |








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