Thursday, July 28, 2011

विद्यामंदिर में जाना है, जीवन लक्ष्य मुझे पाना है |
बीत चुकी है रात अँधेरी, मम्मी जगो  करो मत देरी ,
देरी हो जाने के कारण ,बहुत हँसी होती है मेरी |
एक पराठा शीघ्र बना दो, अधिक नहीं मुझको खाना है |
इम्तिहान है आज हमारा, हिंदी का पेपर है प्यारा ,
पहला नम्बर में लाऊँगी,दुहरा लिया पथ है सारा |
जय हिंदी मैं सदा कहूँगी, हिंदी के सद्गुण  गाना है |
ख़ूब पढूंगी-ख़ूब पढूंगी,निश्चय मैं शिक्षिका बनूँगी ,
अपनी  शिष्याओं कारण ,मैं दुनिया भर में चमकूंगी|
पढ़ने का प्रतिफल क्या होता, इसको मैंने पहचाना है |
जीवन लक्ष्य मुझे पाना है, विद्द्यामंदिर  में जाना है ||

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