Tuesday, August 16, 2011

माननीय अन्ना हजारे
 माननीय अन्ना हजारे के द्वारा प्रारम्भ किये गये भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल बिल के समर्थन में जो राजनैतिक दल उनका सहयोग कर रहे हैं अथवा करना चाहते हैं उन्हें जनता से कम-कम यह तो कहना ही चाहिए कि जहाँ कहीं उनके दल की सरकारें हैं वहाँ उन्होंने भ्रष्टाचार के वृक्ष का उन्मूलन कर दिया हैं| 
मेरे परम प्रिय भाइयो और बहनो! यह विश्व विदित प्रभु ईसामसीह का कथानक है कि जब एक तथाकथित व्यभिचारिणी नारी को संसार करने के लिये अर्थार्थ पत्थरों से मारने के लिये जनसमूह उमड़ पड़ा तो उन्होंने कहा था कि इस बहन को पहला पत्थर मारने का वही अधिकारी है जिसने जीवन में कोई पाप न किया हो और अल्प अवधि में पूरा जनसमूह वहाँ से अपने हाथों के पत्थरों को फेककर चला गया ,मैं यह तो कभी नहीं कहूँगा कि कोई व्यक्ति भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज़ न उठाये लेकिन यह अवश्य कहूँगा कि भ्रष्टाचार का उन्मूलन लोकपाल बिल से नहीं होगा , अच्छे चरित्र से हो सकता है और वह हम सबको अपने अंदर विकसित करना है |

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