Friday, February 7, 2014

उतरना पड़ेगा

शिखर से धरा पर उतरना पड़ेगा,
गहन धूल में ही सँवरना पड़ेगा|

सखे! लोकशाही यही कह रही है,
तुम्हें न्याय पथ से गुजरना पड़ेगा|

भले स्वप्न आते रहें आसमानी,
मगर भूमि ऊपर विचरना पड़ेगा|

अगर राजनैतिक प्रभा देखनी तो,
प्रखर धूप बनकर पसरना पड़ेगा|

सुबह की सुखद वायु के हेतु पहले,
विकट आँधियों में गुजरना पड़ेगा| 

जिन्हें रत्न की कामना है उन्हें तो,
'तुका' सिंधु में भी उतरना पड़ेगा|

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