संविधान का एक-एक अक्षर है गौरव गान|
यही नव भारत की पहचान||
यही नव भारत की पहचान|||
तज दें रूढि जनित जड़ कारा, अपनायें वैज्ञानिक धारा,
सामाजिक आर्थिक विकास के, पथ खोजें शिक्षा के द्वारा|
लोकतंत्र है मानवता का, सर्वोत्तम वरदान|
यही नव भारत की पहचान||
यही नव भारत की पहचान|||
भारतीय घर के नर-नारी, पंचशील चिंतन व्रतधारी,
एक साथ मिलकर करनी है, लोकतंत्र की पहरेदारी|
मित्रो! कभी न थमने देना, मानवीय अभियान|
यही नव भारत की पहचान||
यही नव भारत की पहचान|||
सुप्त चेतना शक्ति जगाना, न्यायिक वातावरण बनाना,
संविधान की यही भावना, समझे भारत एक घराना|
हमको उज्ज्वल रखनी ही है, जन गण मन की शान|
यही नव भारत की पहचान||
यही नव भारत की पहचान|||
No comments:
Post a Comment