Saturday, March 9, 2013


राष्ट्ररक्षा के सिपाही, शौर्य की प्रतिभा दिखाओ|
वक्त की आवाज समझो, चेतना के गीत गाओ||

साथ में कवि हैं तुम्हारे, शक्तिवर्धन के सहारे,
मार्ग में यों ज्योति देंगे, ज्योंकि ज्योतिर्मय सितारे|
संगठन की साधना से, एकता अक्षुण बनाओ|
वक्त की आवाज समझो, चेतना के गीत गाओ||

न्यायप्रियता की कहानी, प्रेम जीवन की किसानी,
वे भला किस भांति समझें, आँख में जिनके न पानी|
संत जैसी ज़िन्दगी से, शील की सरिता बहाओ |
वक्त की आवाज समझो, चेतना के गीत गाओ||

मत सुनो कोई बहाना, खोजना है ठग ठिकाना,
सरहदों के पार अब तो, उग्रवादी हैं भगाना|
ध्वंसवादी क्रूरता से, मुक्त धरती को कराओ|
वक्त की आवाज समझो, चेतना के गीत गाओ||

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