किताबों से सुलभ इंसान को जो ज्ञान होता है,
कभी उसकी बदौलत वो नहीं विद्वान होता है|
किसी से प्यार करना तब नहीं आसान होता है,
वदन बलवान होता जब ह्रदय नादान होता है|
समय के साथ दुनियावी थपेड़ों के प्रहारों की,
सचेतन मार खाने से विरत अज्ञान होता है|
प्रगति प्रेमी बटोही के लिए यह सूत्र जीवन का,
बिना अवरोध क्या कोई सफल अभियान होता है?
जहाँ तक हो सके इसको हमेशा ध्यान में रखिये,
जिसे नैतिक समझ होती न वो धनवान होता है|
यही अनुभूति जीवन की यही निष्कर्ष चिंतन का,
प्रखर विद्वान तो बेहद भला इन्सान होता है|
फकीरों की 'तुका' पहचान करने को यही काफी,
जिसे निष्पृह सभी से प्यार वो गुणवान होता है|
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