थू-थू, थू-थू है धिक्कार ---
गुंडा-गर्दी अत्याचार ,
राजनीति का यह उपहार|
आम आदमी ठेंगे पर-
वाह-वाह सुनती सरकार||१
थू-थू, थू-थू है धिक्कार ---
चौराहों ऊपर मक्कार,
जगह-जगह बैठे गद्दार|
गिरता कन्याओं का भ्रूण-
ताल-ठोकता है व्यभिचार||२
थू-थू, थू-थू है धिक्कार ---
लापरवाही का अधिकार,
क्रूर हुई भोजन की मार|
घोर गरीबी की संतान-
प्राण गँवायें खाये मार||३
थू-थू, थू-थू है धिक्कार ---
राष्ट्रभक्ति का शिष्टाचार,
लूट डकैती भ्रष्टाचार|
पायें सत्ता का सुख भोग-
दुरभिसंधि कर कुछ परिवार||४
थू-थू, थू-थू है धिक्कार ---
जातिवादियों का विस्तार,
क्षेत्रवादियों की जयकार|
पूंजीपतियों का सद्धर्म-
फैलाना काले व्यापार||५
कौन यहाँ पर जुम्मेदार?
किनके कन्धों ऊपर भार?
ऐसा लगता आज नागरिक-
छोड़ रहे मौलिक अधिकार||६
गाँव संस्कृति बंटाधार,
नगरों में है हाहाकार|
युवक युवतियों की आवाज़-
इन रोगों का हो उपचार||७
थू-थू, थू-थू है धिक्कार ---
मौज मनाओ है इतवार,
अथवा हो जाओ तैयार|
न्याय हितौषी होकर एक
करें प्रयोग वोट अधिकार||८
थू-थू, थू-थू है धिक्कार ---
अनाचारियों का प्रतिकार,
सदाचारिता का संचार|
लोकहितैषी सीधे मार्ग-
अबतो करने हैं स्वीकार||९
संविधान के प्रति आभार|
संविधान के प्रति आभार|
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