Tuesday, April 11, 2017

शांति परिवेश

हो सके तो हकीकत समझ लीजिये ,
जो घिरी है मुसीबत समझ लीजियेl
नागरिक जी रहे धर्म के खौफ में,
कौन देंगे हिफाजत समझ लीजिये?
उग्रता आचरण में पनपने लगी,
ये नहीं है शराफत समझ लीजियेl
शांति परिवेश के नाम से देश में,
हो रही है शरारत समझ लीजियेl
लालची लोभ के मोह की मार से,
फैलती है जहालत समझ लीजियेl
क्रूर बेख़ौफ करते दरिन्दी दिखे,
कौन देते इजाजत समझ लीजिये|
ईश के नाम से हो रहा जो तुका,
पूर्व उसके इबादत समझ लीजियेl

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