Tuesday, February 19, 2013

कवि ने लखे-पढ़े पहचाने,दैनंदन व्यवहार|
बताये मानवीय अधिकार||
बताये मानवीय अधिकार|||

मानव है वह जो मानव की, पीड़ाओं को समझे,
प्रगति विरोधी जंजालों के, फन्दों बीच न उलझे|
सुलझाये कुछ जटिल प्रश्न भी,करके तर्क विचार|
बताये मानवीय अधिकार||
बताये मानवीय अधिकार|||

सरि-सा बहना,तरु-सा फलना, रवि-सा तम को हरना,
वह गुणवान परम ज्ञानी जो, परहित जाने मरना |
भेदभाव को तजे करे जो, सबको अंगीकार|
बताये मानवीय अधिकार||
बताये मानवीय अधिकार|||

सकल सृष्टि के लिए शब्द का, अर्थ अर्थमय कहना,
हो न अनधिकृत हेतु लालसा, विलग मोह से रहना|
परिपालन जो करे आप ही,सदाशयी सहकार|
बताये मानवीय अधिकार||
बताये मानवीय अधिकार|||

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