स्वतः बंधु मन से झगड़ना पड़ेगा,
हमें न्याय के साथ चलना पड़ेगा|
अगर ज्ञान- विज्ञान से दूरियाँ की,
प्रगति शीलता से बिछुड़ना पड़ेगा|
जहाँ छीनते शांति आतंकवादी,
उन्हें तट वहीँ पर मसलना पड़ेगा|
सदाचार के हेतु अश्लीलता के-
परों को महाशय कतरना पड़ेगा|
सदा तर्क-विज्ञान की युक्तियों से,
जहाँ के चलन को समझना पड़ेगा|
जिन्हें चाहिये कुर्सियाँ राजनैतिक,
उन्हें आचरण से संवारना पड़ेगा|
अगर प्यार है कुछ तुका,आदमी से,
भ्रमों के भंवर से उबरना पड़ेगा
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