Monday, April 30, 2012

सीख लीजिए प्रगति प्रदायी,कुछ नवीनतम लटके|
वरना जीवन भर फिरियेगा,दर-दर भटके-भटके ||

छीन झपट कर जो मिल जाये,उसे बटोरे जाओ|
जाति-वर्ग मजहब के लफड़े-झगड़े नित्य कराओ||
... खद्दर पहन करो मनमानी,जिये सदा बे खटके,
सीख लीजिए प्रगति प्रदायी,कुछ नवीनतम लटके|
वरना जीवन भर फिरियेगा,दर-दर भटके-भटके ||

तम को नव प्रकाश कहने में,शर्म न किंचित खाओ|
अपने हित के लिए अनय के,गीत हमेशा गाओ ||
श्री वैभव से भर कुम्भ को,एक घूँट में गटके,
सीख लीजिए प्रगति प्रदायी,कुछ नवीनतम लटके|
वरना जीवन भर फिरियेगा,दर-दर भटके-भटके ||

राष्ट्रभक्त पर राष्ट्रद्रोह के,चस्पे कई लगा दो|
पापा -मम्मी, बंधु-बहन को,सत्ता हेतु दगा दो||
साथ उन्हें लो रहें सदा जो,सत्कर्मों से कटके,
सीख लीजिए प्रगति प्रदायी,कुछ नवीनतम लटके|
वरना जीवन भर फिरियेगा,दर-दर भटके-भटके ||

आस-पास में उठा-पटक के,मन्त्र फूँकना जानो|
नित्य मान-सम्मान मिलेगा,उस खल का बल मानो||
जो अपने घर के कचरे को,पड़ोसियों घर पटके,
सीख लीजिए प्रगति प्रदायी,कुछ नवीनतम लटके|
वरना जीवन भर फिरियेगा,दर-दर भटके-भटके ||

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