hindi kavita
Monday, April 30, 2012
गीत को नवगीत का आकार देता हूँ|
लीजिये मैं ज़िन्दगी का प्यार देता हूँ||
कीजिये उपयोग इसका आप अपने ही
शब्द का शाश्वत सरस संसार देता हूँ|
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