दिलों में बसाओ ईमानदारी|
हमेशा निभाओ ईमानदारी||
सदा साथ देती है आदमी को,
नहीं भूल जाओ ईमानदारी|
...
झुकेंगीं नहीं ये आँखें तुम्हारी,
सिरों पर बिठाओ ईमानदारी|
पराजित इसे कर पाया न कोई,
नहीं आजमाओ ईमानदारी|
जिन्हें लोग कहते हैं ज्ञानदाता,
उन्हें भी पढ़ाओ ईमानदारी|
बड़ों की बड़ाई खोई कहाँ है,
उन्हें भी सिखाओ ईमानदारी|
'तुका'खोल दो दृग आलोचकों के,
न किंचित छुपाओ ईमानदारी|
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