मानवता से विरत शब्द तू, नहीं किसी से बोल,
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
परख ले वर्तमान के गीत,
समझ ले नैसर्गिक संगीत|
सत्य-तथ्य अनुभूति हेतु,निज मन की नब्ज टटोल,
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
लक्ष्य के पथ को भी पहचान,
फिर उन्हें जन उपयोगी मान|
शब्द-शक्ति से सिक्त शिवम शुचि,स्नेह सुधारस घोल,
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
पाल मत भेदभाव के रोग,
जन्म है मात्र एक संयोग|
हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई का,बजा रहा क्यों ढोल?
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
नाम लो उसके भले अनेक,
किन्तु जग परमेश्वर है एक|
सबने जबरन ओढ़ लिए हैं,सांप्रदायिक चोल,
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
परख ले वर्तमान के गीत,
समझ ले नैसर्गिक संगीत|
सत्य-तथ्य अनुभूति हेतु,निज मन की नब्ज टटोल,
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
लक्ष्य के पथ को भी पहचान,
फिर उन्हें जन उपयोगी मान|
शब्द-शक्ति से सिक्त शिवम शुचि,स्नेह सुधारस घोल,
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
पाल मत भेदभाव के रोग,
जन्म है मात्र एक संयोग|
हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई का,बजा रहा क्यों ढोल?
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
नाम लो उसके भले अनेक,
किन्तु जग परमेश्वर है एक|
सबने जबरन ओढ़ लिए हैं,सांप्रदायिक चोल,
ह्रदय के बंद विलोचन खोल|
ह्रदय के बंद विलोचन खोल||
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