Sunday, August 9, 2020

गीतों की दुनिया--

 

गीतों की दुनिया--
कवि ने जो सीखा है, वो सुनो सुनाता हूँ।
गीतों की दुनिया से, परिचय करवाता हूँ।।
 
परपीर जिसे दिखती, वो आँख सलोनी है।
यह कहना सही नहीं, होनी तो होनी है।।
शिव सुन्दर शब्दों से, सन्सार सजाता हूँ।
गीतों की दुनिया से, परिचय करवाता हूँ।।
 
जो शक्ति मिली उसको, वो पास तुम्हारे है।
सरि नीर उसे देती, जो गया किनारे है।।
सर्जन करने से ही,सर्जक कहलाता हूँ।
गीतों की दुनिया से, परिचय करवाता हूँ।।
 
इस विश्व वाटिका को, हम सबने है सींचा।
इसको सँवारने में,पीछे न हाथ खींचा।।
इसके सद्सुमनों से, जग को महकाता हूँ।
गीतों की दुनिया से,परिचय करवाता हूँ।।
 
अंतिम सांसों तक भी, इन्सान बने रहना।
प्राणवायु जैसा ही, अविरल जग में बहना।।
जो कहता वो करता, सच लिखता गाता हूँ।
गीतों की दुनिया से, परिचय करवाता हूँ।।
 
कवि शब्द विधाता है, मूल्यों का दाता है।
दुनिया भर से उसका, नैसर्गिक नाता है।।
जो सबको तृप्त करे, वो फस्ल उगाता हूँ।
गीतों की दुनिया से, परिचय करवाता हूँ।।

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