Friday, August 7, 2020

ईश्वर की तलाश

 

ईश्वर की तलाश है जिनको, उन्हें मुबारकवाद।
धर्म बेड़ियों से मानव को अब करिए आज़ाद।।
प्यार चाहिए इंसानों को इंसानी व्यवहार,
शांति बढ़ेगी तब जग में जब सभी करें सहकार।
प्रेम प्रसारण हेतु यीशु का, त्याग नहीं क्या याद?
धर्म बेड़ियों से मानव को अब करिए आज़ाद।।
भेदभाव की सीमाओं को अगर न तोड़े लोग,
तो दुनिया से दूर न होंगे द्वेष- घृणा के रोग।
उपयोगी है नमक तभी तक जबतक उसमें स्वाद।
धर्म बेड़ियों से मानव को अब करिए आज़ाद।।
आडम्बर तो आडम्बर है होता सच से दूर,
पत्थर से सिर मारोगे तो होगा चकनाचूर।
बहुत हो चुका और न करिए दुनिया को बर्बाद।
धर्म बेड़ियों से मानव को अब करिए आज़ाद।।

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